इस काल में एक विशाल ज्वालामुखी उद्गार भी हुआ जो संभवत:
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गोंडवाना काल का अंत अथवा गोंडवाना प्रदेश का विखंडन संभवत: एक भीषण ज्वालामुखी उद्गार से हुआ, जिसका उल्लेख ऊपर किया जा चुका है।
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भूमि (मृदा) प्रदूषण के कारण जब भूमि अपने प्राकृतिक स्वभाव से हटकर अर्थात् कृषि कार्य एवं मानक के उपयोग के लिए अनुपयुक्त हो जाये तो वह प्रदूषित मानी जाती है इस प्रदूषण के पीछे विभिन्न कारण जैसे रासायनिक प्रदूषण, भू उत्खनन, ज्वालामुखी उद्गार जो मानव एवं प्राकृतिक जनित होता है भूमि प्रदूषण के कारण मानते हैं।
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भूमि (मृदा) प्रदूषण के कारण जब भूमि अपने प्राकृतिक स्वभाव से हटकर अर्थात् कृषि कार्य एवं मानक के उपयोग के लिए अनुपयुक्त हो जाये तो वह प्रदूषित मानी जाती है इस प्रदूषण के पीछे विभिन्न कारण जैसे रासायनिक प्रदूषण, भू उत्खनन, ज्वालामुखी उद्गार जो मानव एवं प्राकृतिक जनित होता है भूमि प्रदूषण के कारण माने जाते हैं।
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भूमि (मृदा) प्रदूषण के कारण-जब भूमि अपने प्राकृतिक स्वभाव से हटकर अर्थात् कृषि कार्य एवं मानक के उपयोग के लिए अनुपयुक्त हो जाये तो वह प्रदूषित मानी जाती है इस प्रदूषण के पीछे विभिन्न कारण जैसे रासायनिक प्रदूषण, भू उत्खनन, ज्वालामुखी उद्गार जो मानव एवं प्राकृतिक जनित होता है भूमि प्रदूषण के कारण बनते हैं।